हम्म..
हुए बेचैन पहली बार
हमनें राज़ ये जाना
मोहब्बत में कोई आशिक
क्यों बन जाता है दीवाना
अगर इकरार हो जाए
किसी से प्यार हो जाए
बड़ा मुश्किल होता है
दिल को समझाना
हुए बेचैन पहली बार
हमनें राज़ ये जाना
मोहब्बत में कोई आशिक
क्यों बन जाता है दीवाना
तसव्वुर के हसीं लम्हें
तेरा एहसास करते हैं
तेरा जब जिक्र आता है
तो मिलने को तड़पते हैं
हमारा हाल न पूछो
कि दुनिया भूल बैठे हैं
चले आओ तुम्हारे बिन
ना मरते हैं ना जीते हैं
सुनो अच्छा नहीं होता
किसी को ऐसा तड़पना
मोहब्बत में कोई आशिक
क्यों बन जाता है दीवाना
अगर ये प्यार हो जाए
किसी पे दिल जो आ जाए
बड़ा मुश्किल होता है
दिल को समझाना
हुए बेचैन पहली बार
हमनें राज़ ये जाना..
तू ही है.. तू है..
तू ही है.. ओ..
फलक से पूछ लो चाहे
गवाह ये चाँद तारे हैं
ना समझो अजनबी सदियों से
हम तो बस तुम्हारे हैं
मोहब्बत से नहीं वाकिफ
बहुत अनजान लगती हो
हमें मिलना जरूरी है
हकीकत न समझती हो
हम्म..
कोई कैसे समझ पाए
किसी के दिल का अफसाना
मोहब्बत में कोई आशिक
क्यों बन जाता है दीवाना
अगर इकरार हो जाए
किसी से प्यार हो जाए
बड़ा मुश्किल होता है
दिल को समझाना
हुए बेचैन पहली बार
हमनें राज़ ये जाना
मोहब्बत में कोई आशिक
क्यों बन जाता है दीवाना
हम्म..
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