[verse]
रेहमा उस हाथ की
वापिस ले आएगा
खुशियों के रंग में
फिर वो रंग जाएगा
दिलाब एकता का
रौशन हो जाएगा
इक दिन ज़रूर अपनों से
खोया मिल जाएगा
(Na na na na na)
(Yeah hey hey)
[Chorus]
हसीं मुल्क में शमा
फिर से आ जाएगा
जब भेद-भाव को फना
कर के तू आएगा
हसीं मुल्क में शमा
फिर से आ जाएगा
जब एकता का सुरूर
घर लौट आएगा
[bridge]
एकता का सुरूर
एकता की नूर
वो बंदगी की शाद
वो बंदगी आबाद
[Chorus]
हसीं मुल्क में शमा
फिर से आ जाएगा
जब भेद-भाव को फना
कर के तू आएगा
हसीं मुल्क में शमा
फिर से आ जाएगा
जब एकता का सुरूर
घर लौट आएगा
[outro]
एकता का सुरूर
एकता की नूर
वो बंदगी की शाद
वो बंदगी आबाद